मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ के आपदा पीड़ितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से एक माह का वेतन देने का एलान किया है। ऐसा माना जा रहा कि मुख्यमंत्री के इस घोषणा के बाद अन्य मंत्रियों और विधानसभा सदस्यों के भी राहत कोष में वेतन देने की संभावना बढ़ गई है।
यह घोषणा पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार देर रात्रि की। इस धनराशि का उपयोग जोशीमठ के आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए किया जाएगा। उन्होंने यह निर्णय जोशीमठ आपदा के दृष्टिगत किया है। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जोशीमठ प्रभावित लोगों के साथ है और उन्हें राहत पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जा रहा है।
भू-धंसाव की चपेट में आए जोशीमठ में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई आज शुरू होगी। शासन के आदेश के बावजूद भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई थी। जिला प्रशासन की टीम लाव-लश्कर के साथ भवन तोड़ने पहुंची तो प्रभावित लोग विरोध में उतर आए। ऐसे में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई बुधवार तक के लिए रोक दी गई। इसे लेकर दिनभर अफरातफरी का माहौल रहा।
बता दें कि जोशीमठ में मंगलवार को होटल माउंट व्यू और मलारी इन को ध्वस्त किया जाना था, लेकिन होटल स्वामियों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि आर्थिक मूल्यांकन नहीं किया गया, साथ ही नोटिस तक नहीं दिए गए। विरोध बढ़ने पर प्रशासन को कदम पीछे खींचने पड़े। हालांकि अधिकारियों का कहना कुछ और ही है। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ.रंजीत सिन्हा ने कहा कि ऊंचे भवनों को तोड़ने के लिए क्रेन की आवश्यकता है, जो वहां नहीं मिल पाई। इसलिए देहरादून से क्रेन भेजी गई है, जो बुधवार को वहां पहुंच जाएगी।
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