October 18, 2024

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केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के बेसहारा बुजुर्गों के लिए कांति नगर में वर्ल्डक्लास ओल्ड एज होम बनाया

नई दिल्ली, 12 अप्रैल, 2022

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के बेसहारा बुजुर्गों के लिए कांति नगर में वर्ल्डक्लास ओल्ड एज होम बनाया, जिसका आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उद्घाटन किया। यहां बना बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास दिल्ली का चौथा ओल्ड एज होम है और कुल नौ ओल्ड एज होम का निर्माण हो रहा है। यहां बुजुर्गों के लिए निःशुल्क आवास, भोजन, कपड़े, बिस्तर, टीवी, रेडियो, पुस्तक, भजन-कीर्तन कार्यक्रम के साथ मनोरंजन केंद्र, स्वास्थ्य, फिजियोथेरपी आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन बुजुर्ग़ों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है, उनका ख्याल उनका बेटा रखेंगा, उन्हें सम्मान की ज़िंदगी देंगे। इस निवास में उनके लिए सारी अत्याधुनिक सुविधाएं बिल्कुल फ्री हैं। हमने यह कोशिश की है कि जिन बुजुर्गों कों अपना घर छोड़कर मजबूरी में यहां आकर रहना पड़ेगा, उनको यह महसूस न हो कि वे घर छोड़कर आए हैं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि ऐसे निवास स्थान बनाने की जरूरत ही न पड़े। सारे बुजुर्ग अपने बच्चों के साथ अपने-अपने घर में सुखी और खुश रहें।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कांति नगर स्थित शांति मोहल्ला में बनाए गए डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास का फीता काट कर विधिवत उद्घाटन किया। यह वृद्धाश्रम बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की स्मृति में दिल्ली के बुजुर्गों को समर्पित किया गया है। इसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने वरिष्ठ नागरिक निवास का निरीक्षण किया। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने सीएम अरविंद केजरीवाल को वरिष्ठ नागरिक निवास में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी। साथ ही, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया। वहां पर लगाई प्रदर्शनी को सीएम अरविंद केजरीवाल ने देखा और एक पेंटिंग में अपने सुझाव भी दिए। सीएम अरविंद केजरीवाल ने वरिष्ठ नागरिक निवास में रहने वाले बुजुर्गों से बातचीत भी की और उनका सुख- दुख साझा किया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल को बुजुर्गों ने अपना आशीर्वाद दिया और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई।

इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने किचन सेक्शन का भी निरीक्षण किया और बुजुर्गों के लिए बनाए गए भोजन का स्वाद भी चखा। वरिष्ठ नागरिक निवास में बुजुर्गों के मनोरंजन के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनका भी निरीक्षण कर जायजा लिया। इस पांच मंजिला वरिष्ठ नागरिक निवास में 117 कमरे हैं, जिसमें से 81 कमरे पुरुषों के लिए हैं, जबकि 36 कमरे महिलाओं के लिए हैं। इससे पहले पहले तीन वृद्धाश्रम का लोकार्पण हो चुका है, जबकि पांच और भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। वरिष्ठ नागरिक निवास में बुजुर्गों को आपस में घुलने-मिलने के लिए राउंड टेबल लगाई गई है, जहां बुजुर्ग साथ बैठ कर बातचीत कर सकते हैं और अपने सुख-दुख साझा कर सकते हैं। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने समाज कल्याण विभाग द्वारा अपनी उपलब्धियों से संबंधित संकलित एक पुस्तिका का विमोचन किया।

जो भी बुजुर्ग, वरिष्ठ नागरिक निवास में आकर रहेंगे, उनको सभी सुविधाएं मिलेंगी- अरविंद केजरीवाल

इस अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास बहुत ही शानदार बनाया है। बुजुर्ग कैसे रहेंगे, यहां हर चीज का ख्याल रखा गया है। ऐसा नहीं है कि एक कमरे में कई लोगों को ठूस देंगे। एक कमरे में दो या तीन लोग रहेंगे। सभी कमरे बड़े-बड़े बने हैं। कमरे के साथ अटैच टॉयलेट और बाथरूम है। खेलने, दवाइयों, डॉक्टर, फिजियोथैरेपी की सुविधा है। अच्छा खाना है। लाइब्रेरी है। सारी चीजों का ध्यान रखा गया है। मैं समझता हूं कि जो भी बुजुर्ग यहां पर आकर रहेंगे, उनको सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी। वैसे तो बुजुर्ग अपने घर में ही रहें तो बहुत अच्छा रहता है। घर जैसी व्यवस्था तो कहीं नहीं मिल सकती है। लेकिन हमने कोशिश की है कि जिनकों अपना घर छोड़कर मजबूरी में यहां आकर रहना पड़ेगा, उनको यह न महसूस हो कि वे घर छोड़कर आए हैं, हमारे को पूरी सुविधा नहीं मिल रही है। आज जिस तरह की जिंदगी हो गई है। बहुत सारे बुजुर्ग ऐसे है, जिनकी बच्चों से नहीं बनती है और बच्चों की बुजुर्गों से नहीं बनती है। बहुत सारे बुजुर्ग ऐसे हैं, जिनको बुढ़ापे में देखने वाले बच्चे नहीं है। कई कारणों की वजह से कई बुजुर्गों को बुढ़ापे में अपना घर छोड़ना पड़ता है। उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं होता है। यह कोई जरूरी नहीं कि ऐसा गरीबों में ही है। कई बहुत अच्छे-अच्छे परिवारों के बुजुर्गों को भी बुढ़ापे में कोई देखने वाला नहीं होता है। उनका बच्चे ख्याल नहीं रखते हैं। आजकल की जिंदगी ऐसी हो गई है। हमने यह चौथा निवास स्थान बनाए हैं। इसी तरह के दिल्ली में नौ निवास बनाए जाएंगे, जिसमें करीब एक हजार लोग रह सकेंगे। इसके अलावा भी और निवास स्थान बनाएंगे। जितने भी बच्चे, जो अपने बुजुर्गों को नहीं रखते हैं या जिन बुजुर्गों के बच्चे नहीं हैं या फिर जिस भी वजह से जिन बुजुर्गों को बुढ़ापे में रहने की जरूरत है, हम कोशिश करेंगे कि उनको बुढ़ापे में किसी भी चीज की कमी महसूस नही होनी चाहिए। आपकी अपनी सरकार है, आपका अपना बेटा मुख्यमंत्री है, हर चीज की व्यवस्था करेंगे।

वरिष्ठ नागरिक निवास में रहने वाले सभी बुजुर्गों को उनकी मन पसंद की तीर्थ यात्रा पर लेकर जाएंगे- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली के बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा भी शुरू की है। बीच में कोरोना की वजह से तीर्थ यात्रा बंद हो गई थी। दिल्ली सरकार बुजुर्गों को फ्री में तीर्थ यात्रा करा कर लाती है। सरकार, द्वारका, हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा, वृंदावन, अयोध्या, अजमेर शरीफ, रामेश्वरम और शिरडी समेत कई सारी जगह तीर्थ यात्रा करा कर लाती है। आप जहां भी जाना चाहो, अपने आप को वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर कर लो। आपको घर से लेकर जाना और लाना फ्री है। आपको एसी ट्रेन में लेकर जाते हैं और एसी होटल में रुकवाते हैं और खाना आदि सब कुछ फ्री है। बुढ़ापे में अच्छे से तीर्थ यात्रा करके आइए, बहुत अच्छा लगेगा। जो लोग तीर्थ यात्रा करने जाते हैं, उनको मैं ट्रेन में छोड़ने जाता हूं। जब वे वापस आते हैं, तो हम उनको लेकर आते हैं। वे बहुत खुश होते हैं। सभी बुजुर्ग अपने आप को रजिस्टर करें और तीर्थ यात्रा कर के आएं। यह जो बुजुर्गों के लिए निवास स्थान बना रहे हैं। इनमें भी जितने लोग रहेंगे, उन सबको हम उनकी मन पसंद की तीर्थ यात्रा पर लेकर जाएंगे।

चारों तरफ दिल्ली वालों के चर्चे हो रहे हैं, हम दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने मिलकर शानदार काम कर दिया- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले सात-आठ साल में दिल्ली के लोगों ने कमाल कर दिया। दिल्ली में आप लोगों ने खूब काम किया। आपने स्कूल ठीक कर दिए, अस्पताल अच्छे हो गए, बिजली मुक्त हो गई और 24 घंटे हो गई। पानी की सुविधा हो गई। दिल्ली में कई सारी चीजें हो गई। पूरी दुनिया और पूरे देश में आपकी चर्चा हो रही है कि दिल्ली वालों ने कमाल कर दिया। मैं अभी पंजाब गया था। वहां पर लोगों को सब कुछ पता था। मेरे को कहने की जरूरत ही नहीं पड़ी। लोग ही बता रहे थे कि दिल्ली में स्कूल-अस्पताल अच्छे हो गए। पंजाब के लोगों ने खुद ही वोट दे दिया और मेरे को कुछ कहने की जरूरत ही नहीं पड़ी। चारों तरफ दिल्ली वालों के चर्चे हो रहे हैं। हम दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने मिलकर शानदार काम कर दिया। आप सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं और इतना शानदार निवास स्थान बनाने के लिए विभाग को भी बधाई देना चाहता हूं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि ऐसे निवास स्थान बनाने की जरूरत ही न पड़े। सारे बुजुर्ग अपने-अपने बच्चों के साथ अपने घर में सुखी और खुश रहें। लेकिन फिर भी कुछ जगह होती है, जहां पर बनती नहीं है। इसलिए और ज्यादा निवास स्थान बनाएंगे। जिन-जिन बुजुर्गों को जरूरत है, आप चिंता मत करना, आपका बेटा सरकार में बैठा है, आपका ख्याल हम रखेंगे।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली में आज से ‘बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास’ नाम से शानदार सीनियर सिटीज़न होम की शुरुआत हुई। जिन बुजुर्ग़ों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है, उनका ख्याल हम रखेंगे, उन्हें सम्मान की ज़िंदगी देंगे। इस निवास में उनके लिए सारी सुविधाएं एकदम फ्री होंगी।’’

जिन बुजुर्गों को देखने वाला कोई नहीं है, अरविंद केजरीवाल उनका बेटा बनकर उनके लिए सारी व्यवस्थाएं कर रहे हैं- राजेंद्र पाल गौतम

इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ अंबेडकर जी की जयंती है। हमने उनकी ही याद में बुजुर्गों के लिए यह डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास बनाया है। बहुत से लोग कह रहे थे कि निवास की जगह आश्रम लिखने को कह रहे थे, लेकिन हम लोगों ने कहा कि वृद्धाश्रम में वह फीलिंग आती है, जैसे इन बुजुर्गों को कोई देखने वाला नहीं है। जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तो श्रवण कुमार के रूप में दिल्ली के सारे बुजुर्गों को, चाहे वह किसी भी जाति-धर्म के क्यों न हों, उनको तीर्थ यात्राएं करा रहे हैं। जिन बुजुर्गों को देखने वाला कोई नहीं है, उनका बेटा बनकर उनके लिए सारी व्यवस्थाएं कर रहे हैं। पिछले दिनों में उत्तराखंड गया। वहां मैंने देखा कि ऐसे वृद्धाश्रम बने हुए, जो नौकरशाह और बड़े-बड़े पूंजीपति रहे हैं। उन्होंने कई करोड़ रुपए देकर अपने खुद के लिए वृद्धाश्रम बनवाए हैं। हम लोग किस दिशा में बढ़ रहे हैं कि अपने मां-बाप को भी सम्मान पूर्वक नहीं रख सकते। जो मां-बाप बच्चे को पैदा करता है। मां अपने बच्चे को साथ में सुलाती है। वह टॉयलेट कर देता है, तो मां उसको सूखे में सुलाती और खुद गीले में सो जाती है। खुद भूखी रहती है, लेकिन बच्चे को अच्छे से लालन-पालन करती है। उसी मां-बाप को जब जरूरत पड़ती है, तो वही बच्चे अपने मां-बाप का ध्यान नहीं रखते हैं, यह बेहद शर्मनाक है। कम से कम भारत की संस्कृति से यह बात मेल नहीं खाती है।

वरिष्ठ नागरिक निवास के अंदर बुजुर्गों का उनके बच्चों की तरह ही ख्याल रख रहे हैं- राजेंद्र पाल गौतम

समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली के बाहर मैं कई वृद्धाश्रमों को देखा। वहां पर बुजुर्गों को उस उम्र जो पोषक आहार में चाहिए, वहां उसकी व्यवस्था नहीं है। उनको फिजियोथेरेपी की जरूरत होती है। कभी जोड़ों का दर्द होता है, कभी कंधे में होता है। उस वक्त उनको इलाज की जरूरत होती है, जो उनको समय पर मिल नहीं पाता है। बाबा साहब का सपना था कि भारत में रहने वाले सभी लोग चाहे, वो गरीब हों या अमीर हों, किसी भी जाति- धर्म के हों, सबके लिए संविधान में समान व्यवस्था की है। इसलिए बुजुर्गों को ऐसा अहसास हो कि हम उनके बच्चे हैं और उनके बच्चों को जिस तरह से उनका ध्यान रखना चाहिए, उसी तरह का ध्यान हम अपने इस वरिष्ठ नागरिक निवास के अंदर अपने बुजुर्गों का रख रहे हैं। दिल्ली के हमारे जितने वृद्धाश्रम हैं, वहां पर पोषक आहार की अच्छी व्यवस्था है। पोषक आहर पर पूरी नजर रखी जाती है। मैं खुद व्यक्तिगत रूप से दौरा करता हूं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी भी हर महीने इसकी समीक्षा करते हैं कि क्या सारी व्यवस्थाएं ठीक है या नहीं है। ऐसा तो नहीं है कि अंदर कोई रिश्वतखोरी चल रही हो। सीएम अरविंद केजरीवाल जी ने पिछले दिनों तीन बातें कहीं थीं कि आम आदमी पार्टी की सरकार और हमारे नेताओं के अंदर हम तीन चीज कट्टर देशभक्ति, कट्टर ईमानदारी और इंसानियत या मानवता चाहते हैं। हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि उनके सपनों पर खरे उतरे और अपने बुजुर्गों को यह अहसास न होने दें कि उनका कोई नहीं है। सीएम अरविंद केजरीवाल उनके बेटे के रूप में और उनकी पूरी कैबिनेट उनके बच्चों के रूप में उनकी सेवा के लिए उपलब्ध है। आप निश्चिंत रहिए, आपको कोई कमी महसूस नहीं होने दी जाएगी। यह हमारा चौथा वरिष्ठ नागरिक निवास है और पांचवा पश्चिम विहार में अगले 3 महीने में तैयार हो जाएंगे और बाकी पर भी काम चल रहा है। अप्रैल का महीना बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर समर्पित है और हमारी सरकार ने तय किया है कि हम शहीद भगत सिंह और बाबा साहब अंबेडकर के सपनों का भारत बनाएंगे। उसी दिशा में सीएम अरविंद केजरीवाल जी और उनकी पूरी कैबिनेट उसी दिशा में काम कर रहे हैं।

समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज माननीय मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी ने कांति नगर में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास का शुभारंभ किया। दिल्ली का बेटा दिल्ली का श्रवण कुमार, सभी बुजुर्गों का सहारा बनकर उनके साथ खड़ा है। चाहे तीर्थ यात्रा करानी हो या उनको घर प्रदान करना हो।

वरिष्ठ नागरिक निवास की प्रमुख विशेषताएं

  • वरिष्ठ नागरिक निवास 1550 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में पांच मंजिला बना है।
  • इसमें 117 कमरे हैं
  • शौचालय और स्नान घर के साथ 50 हवादार कमरे हैं।
  • खुली जगह के साथ मनोरंजन केंद्र
  • चिकित्सा देखभाल यूनिट
  • फिजियोथेरपी
  • आधुनिक रसोई एवं भोजन एरिया
  • लिफ्ट की सुविधा
  • पार्किंग की सुविधा
  • सार्वजनिक घोषणा प्रणाली

बुजुर्गों के लिए उपलब्ध सेवाएं

  • निःशुल्क आवास भोजन, कपड़े और बिस्तर की सुविधा
  • केस वर्क और परामर्श सेवाएं
  • बुजुर्गों की चिकित्सा देखभाल
  • फिजियोथेरपी
  • टीवी, रेडियो, पुस्तकें और भजन-कीर्तन कार्यक्रमों के साथ अन्य मनोरंजन सुविधाएं

वरिष्ठ नागरिक निवास में प्रवेश के लिए पात्रता मानदंड

  • संस्थान में दिल्ली के गरीब, निराश्रित और वृद्ध लोग प्रवेश ले सकते हैं, जिन की आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है। जिनके पास भरण-पोषण के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है या रख-रखाव के लिए कोई सदस्य नहीं है। जो किसी भी संक्रामक या संचारी रोगों से पीडित नहीं हैं।

प्रवेश की प्रक्रिया

संस्थान में प्रवेश स्वैच्छिक आधार पर किया जाता है और ऐसे में प्रवेश के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को कुछ दस्तावेजों व प्रमाणपत्रों के साथ समाज कल्याण विभाग मुख्यालय में सामाजिक सुरक्षा शाखा के उप निदेशक अथवा अधीक्षक (वरिष्ठ नागरिक निवास) को आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ आयु प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र, दिल्ली में निवास का प्रमाण-पत्र या अधिवास प्रमाण पत्र की कॉपी संलग्न करनी होगी। आवेदन प्राप्त होने पर अधीक्षक एवं कल्याण अधिकारी तुरंत पात्रता के मूल्यांकन के लिए प्रक्रिया पूरी करेंगे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आवेदक पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करता है या नहीं। सामाजिक जांच रिपोर्ट, कल्याण अधिकारी द्वारा क्षेत्र का दौरा करने के बाद तुरंत अधीक्षक को प्रस्तुत करेंगे। अधीक्षक अपनी टिप्पणियों व सिफारिशों के साथ जांच किए गए आवेदनों को प्रदेश और निर्वहन समिति, जिला समाज कल्याण अधिकारी और अधीक्षक के समक्ष निर्णय लिए रखेगा। इसके बाद आवेदकों को वरिष्ठ नागरिक निवास में रहने के लिए सूचित किया जाएगा।

अधिक जानकारी के लिए यहां भी संपर्क कर सकते हैं-

-विभागीय वेबसाइट https://sociatwelfare-delhigovt-nic-in/home/social&welfare& department

  • एल्डर हेल्पलाइन 14567
  • सामजिक सुरक्षा शाखा, 7वीं मंजिल एम.एस.ओ. बिल्डिंग आई.पी.एस्टेट, दिल्ली 02

बुजुर्ग और दुर्बल व्यक्तियों के लिए सीनियर सिटीजन होम

असहाय व लाचार सीनियर सिटीजन को आश्रय देने के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से सीनियर सिटिजन होम्स बनाए गए हैं। सीनियर सिटीजन होम्स बनाने का उद्देश्य बेसहारा और लाचार वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित व साफ शेल्टर, स्वास्थ्य सेवाएं, मनोरंजन और सम्मानजनक जिंदगी देना है। विभाग की ओर से पहले से ही बिंदापुर, वाजीपुर और ताहिरपुर में 3 सिनीयर सिटीजन होम चलाए जा रहे है।

सीनियर सिटीजन होम- कांति नगर

बिंदापुर, वजीरपुर और ताहिरपुर में बने सीनियर सिटीजन होम्स में क्रमशः 50, 38 और 300 लोग रहे रहे हैं। वहीं, विभाग की ओर से 12 अप्रैल को शांति मोहल्ला, कांति नगर में डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर सीनियर सिटीजन होम शुरू किया गया। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इन होम्स में करीब 117 लोगों के लिए रहने की व्यवस्था है। चितरंजन पार्क, रोहिणी, पश्चिम विहार, गीता कॉलोनी, छतरपुर, जनकपुरी में कुल 9 सीनियर सीटिजन होम का निर्माण पूरा होने की स्थिति में है।

दिल्ली सरकार की तरफ से बुजुर्गों को दी जा रही अन्य सुविधाएं

मेंटेनेंस और अपीलीय न्यायाधिकरण

मेंटेनेंस एंड वेलफेयर ऑफ पैरेंट्स एवं सीनियर सिटीजन एक्ट 2007 और दिल्ली मेंटेनेंस एंड वेलफेयर ऑफ पैरेंट्स एंड सीनियर सिटीजन रूल-2010 के तहत दिल्ली में 11 मेंटेनेंस और 11 अपीलीय न्यायाधिकरण स्थापित किए गए हैं। इनको स्थापित करने का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के लिए मेंटेनेंस और संपत्ति के अधिकारों के बारे में कानूनी प्रावधानों के बारे में जागरूकता पैदा करना है। विभाग इन न्यायाधिकरणों के गैर-सरकारी सदस्यों की नियुक्ति करता है और उन्हें बैठक भत्ता देता है।

दिल्ली एल्डरलाइन-14567

दिल्ली में 25 जून 2021 को वरिष्ठ नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था। एल्डरलाइन-14567 के टोल-फ्री नंबर पर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कॉल कर सकते है। इसके जरिए संकट में फंसे बुजुर्गों को सूचना, गाइडेंस, इमोशनल सपोर्ट और फील्ड हस्तक्षेप प्रदान करता है। हेल्पलाइन पर रोजोना करीब 200 कॉल आती हैं। सिस्टम में कॉल करने वाले के मैसेज को रिकॉर्ड करने के बजाय कॉल अधिकारी सीधे बात करते है। एल्डरलाइन दिल्ली में सीनियर सिटीजन की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जारी की गई है।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए कल्याणकारी उपाय

दिल्ली के समाज कल्याण विभाग की ओर से उन वरिष्ठ नागरिकों को मदद और आर्थिक सहायता दी जाती है, जिनके पास अपनी आय के स्रोत के कोई साधन नहीं हैं। समाज के ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को बीमारी, अपंगता, बेसहारा, निर्धन होने की स्थिति में आर्थिक संकट और कठिनाइयों से बचाने और उनके कल्याण के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से विभिन्न सामाजिक सुरक्षा उपाय और सहायता योजनाएं लागू है। जिसमें वरिष्ठ नागरिक पेंशन योजना शामिल है। इसका उद्देश्य निराश्रित, असहाय व्यक्तियों को वित्तीय सहायता के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।